INTEGRATED RESEARCH JOURNAL OF MANAGEMENT, SCIENCE AND INNOVATION
ISSN 2582-5445 (online)
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जातिवाद और भारतीय राजनीति मं प्रभाव
1 Author(s): RAM KUMAR
Vol - 6, Issue- 3 , Page(s) : 46 - 53 (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSI
जाति प्रणाली को हिन्दू परम्पराओं से मान्यता प्राप्त है। सच बात यह है भारतीय सामाजिक संस्थाओं में जाति प्रथा का स्थान सबसे महत्पूर्ण है। भारतीय समाज की एक प्रमुख व्यवस्था के रूप में शुरूआत में वर्ण व्यवस्था स्तरीकरण पायी जाती थी बाद में इनका स्थान जातिव्यवस्था ने ले लिया। सामाजिक स्तरीकरण एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें समाज को अनेक स्तरों में विभाजित कर लिया जाता है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति एवं समूहों के कर्तव्य तथा अधिकार अन्य व्यक्तियों और समूहों की तुलना में स्पष्ट सामने आते हैं। डा. हट्टन ने लिखा है कि भारत में 3000 जातियां और उपजातियां पायी जाती हैं। डा. त्ण्छण् सक्सेना के अनुसार जाति हिन्दू सामाजिक संरचना का एक आधार रही है जिसमें हिन्दुओं के सामाजिक आर्थिक राजनैतिक, सांस्कृतिक जीवन को अनेक रूपों में प्रभावित किया है।